विश्व ओलम्पिक दिवस 2025: उत्तराखण्ड बनेगा खेल जागरूकता का केंद्र, प्रदेश भर में भव्य आयोजन की तैयारी

देहरादून, 03 जून 2025। खेलों को जन-जन तक पहुँचाने और ओलम्पिक भावना को प्रदेश की रग-रग में प्रवाहित करने के उद्देश्य से उत्तराखण्ड सरकार 23 जून 2025 को विश्व ओलम्पिक दिवस को ऐतिहासिक रूप देने जा रही है। इसी क्रम में मंगलवार को प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने विधानसभाभवन स्थित सभागार में उत्तराखण्ड ओलम्पिक एसोसिएशन एवं खेल विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आयोजन की तैयारियों का खाका खींचा।

बैठक में मंत्री रेखा आर्या ने स्पष्ट रूप से कहा कि इस बार विश्व ओलम्पिक दिवस को केवल प्रतीकात्मक रूप में नहीं, बल्कि हर जनपद, हर पंचायत और हर वर्ग तक खेल चेतना के प्रचार के रूप में देखा जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आयोजन राष्ट्रीय खेलों की तर्ज पर भव्य और सुव्यवस्थित हो, ताकि इसमें प्रदेश के खिलाड़ी, छात्र, आमजन और विशिष्ट अतिथि उत्साहपूर्वक भागीदारी कर सकें।

हर जिले में होंगे खेल आयोजन, मौसम और संरचना का रखा जाएगा ध्यान

मंत्री ने सभी जिलों में विशेष रूप से बच्चों और युवाओं के लिए खेल प्रतियोगिताएं आयोजित कराने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि अभी से ही यह तय किया जाए कि किस जिले में कौन से खेलों का आयोजन किया जाएगा, और उसकी व्यवस्थाएं मौसम की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर की जाएं।

रेखा आर्या ने कहा, “यह आयोजन केवल खेल प्रतियोगिताओं तक सीमित न रहे, बल्कि यह एक जन-जागरण अभियान बने, जिसमें खेल के साथ स्वास्थ्य, अनुशासन, टीम भावना और राष्ट्रप्रेम का संदेश घर-घर तक पहुंचे।”

राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को मिलेगा मंच, मुख्यमंत्री की उपस्थिति पर विचार

खेल मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी इस आयोजन में विशेष आमंत्रण दिया जाए, ताकि उनकी उपस्थिति से युवाओं को प्रेरणा मिल सके। समापन समारोह को राज्य स्तरीय कार्यक्रम के रूप में आयोजित करने पर विचार किया जा रहा है जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गरिमामयी उपस्थिति सुनिश्चित कराने पर भी चर्चा हुई।

मंत्री ने कहा कि बच्चों के पंजीकरण से लेकर समापन समारोह तक की हर गतिविधि को व्यवस्थित ढंग से आयोजित किया जाए ताकि किसी भी स्तर पर कोई कमी न रहे। उन्होंने बताया कि आयोजन को अंतिम रूप देने के लिए जल्द ही दूसरी उच्चस्तरीय बैठक भी आयोजित की जाएगी।

खेलों को पंचायत स्तर तक ले जाने की योजना

खेल मंत्री ने अपने संबोधन में यह स्पष्ट किया कि सरकार की मंशा इस आयोजन को पंचायत स्तर तक ले जाने की है। उन्होंने कहा, “इस आयोजन का उद्देश्य है कि प्रदेश की प्रत्येक पंचायत, गाँव, नगर और स्कूल तक खेलों की चेतना और ओलम्पिक भावना को पहुँचाया जाए। बच्चों के साथ-साथ वृद्धजनों में भी सक्रियता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य रहेगा।”

बैठक में प्रमुख अधिकारी और संघ के प्रतिनिधि रहे मौजूद

इस अवसर पर उत्तराखण्ड ओलम्पिक एसोसिएशन के महासचिव डी.के. सिंह, सचिव चेतन गुरूंग, खेल निदेशक प्रशान्त आर्य, तथा विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे। सभी ने आयोजन की रूपरेखा पर विस्तार से विचार किया और सुझाव प्रस्तुत किए।

ओलम्पिक दिवस को जनांदोलन में बदलने की तैयारी

उत्तराखण्ड सरकार का यह प्रयास निश्चित ही प्रदेश में खेलों की संस्कृति को नई दिशा देगा। यह आयोजन न केवल खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि आम नागरिकों को भी खेलों के प्रति आकर्षित करेगा। ओलम्पिक भावना—“तेजी से, ऊँचा, मजबूत और मिलकर”—अब उत्तराखण्ड के गाँव-गाँव में गूंजेगी।

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