लॉस एंजिल्स, 09 जून2025(एजेंसीयाँ) अमेरिका के लॉस एंजिल्स में आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) की ओर से की गई छापेमारी की कार्रवाई से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन 2,000 नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती के बाद हिंसा में बदल गया।
हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने लॉस एंजिल्स शहर में घुसकर प्रमुख फ्रीवे (राजमार्ग) को अवरुद्ध किया और कई स्वचालित वाहनों को आग लगा दी। इस मामले में पुलिस ने अब तक 140 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रदर्शनकारियों ने शहर के मध्य स्थित हिरासत केंद्र के बाद हमा होकर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान उन्होंने आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) को लॉस एंजिल्स बाहर निकलने के नारे भी लगाए।
इसके बाद नेशनल गार्ड के जवानों ने बिना कोई चेतावनी दिए आंसू गैस और मिर्च के गोले दाग दिए। इससे स्थिति और बिगड़ गई। प्रदर्शनकारियों और सैनिकों के बीच गंभीर झड़प भी देखने को मिली।
गवर्नर गेविन न्यूसम ने उनके अनुरोध के बिना नेशनल गार्ड सैनिकों को भेजने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के फैसले की आलोचना की है और इसे राज्य की संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन बताया है।
ट्रंप को लिखे पत्र में न्यूसम ने कहा कि नेशनल गार्ड की उपस्थिति लॉस एंजिल्स में तनाव बढ़ा रही है।
मेयर कैरेन बास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, लॉस एंजिल्स में हम जो देख रहे हैं वह ट्रंप प्रशासन द्वारा भड़काई गई अराजकता है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने निर्णय का बचाव करते हुए एक कानूनी प्रावधान का हवाला दिया, जो सरकारी प्राधिकार के विरुद्ध विद्रोह या धमकी के दौरान संघीय सेना की तैनाती की अनुमति देता है।
उन्होंने 2,000 नेशनल गार्ड सैनिकों की तैनाती को अधिकृत किया तथा कहा कि लॉस एंजिल्स में हिंसक व्यक्तियों के कारण मजबूत कानून और व्यवस्था आवश्यक है।
बता दें कि देश में आखिरी बार नेशनल गार्ड को गवर्नर की अनुमति के बिना 1965 में तैनात किया गया था।
राष्ट्रपति ट्रंप ने नेशनल गार्ड सैनिकों से उलझने पर प्रदर्शनकारियों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी है।
उन्होंने कहा, प्रदर्शनकारी सैनिकों पर थूकते हैं, यह उनका नया तरीका है। वे उन पर क्या फेंकते हैं और जब ऐसा होता है, तो मेरे पास एक छोटा सा कथन होता है वे थूकते हैं, हम मारते हैं!
उन्होंने कहा, कोई भी हमारे पुलिस अधिकारियों या सेना पर नहीं थूंक सकता है। इसके प्रदर्शनकारियों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
लॉस एंजिल्स में ये विरोध प्रदर्शन आईसीई की ओर से की गई छापेमारी की कार्रवाई के विरोध में हो रहे हैं। छापे फैशन जिले में एक गोदाम को निशाना बनाकर मारे गए।
अधिकारियों का आरोप है कि नियोक्ता ने श्रमिकों के लिए झूठे दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है।
इधर, प्रदर्शनकारियों ने आईसीई पर अत्यधिक बल प्रयोग करने तथा अप्रवासियों में भय पैदा करने का आरोप लगाया है। इस मामले में अब तक 145 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।