केंद्रीय मंत्री को “डॉक्टरेट ऑफ साइंस” की मानद उपाधि, छात्रों को दी गई डिग्रियां
देहरादून, 03जून 2025। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में मंगलवार को एक भव्य आयोजन के बीच केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाग लिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पीएचडी शोधार्थियों और स्नातक विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। समारोह की विशेष उपलब्धि यह रही कि श्री नितिन गडकरी को विश्वविद्यालय की ओर से “डॉक्टरेट ऑफ साइंस” की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
छात्रों को दी सफलता की कुंजी
इस अवसर पर संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि यह दिन छात्रों के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ होता है, जो उनके परिश्रम, समर्पण और दृढ़ संकल्प का प्रमाण होता है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा,
“देश को नौकरी चाहने वालों की नहीं, नौकरी देने वालों की जरूरत है। भारत का युवा विश्व के सबसे सक्षम और प्रतिभावान मानव संसाधनों में से एक है। ऐसे में उसे केवल सपने देखने नहीं, बल्कि उन्हें साकार करने का साहस भी रखना होगा।”
केंद्रीय मंत्री ने जीवन में निरंतर सीखते रहने की आवश्यकता पर बल देते हुए ईमानदारी, विश्वास और लगन को सफलता की कुंजी बताया। उन्होंने भारत में हो रहे बुनियादी ढांचे के विकास की जानकारी देते हुए बताया कि देश में ब्रिज, टनल और हाईवे निर्माण में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा दे रही है, और हाइड्रोजन गैस भविष्य का पर्यावरणीय अनुकूल ईंधन बनेगा।
ग्रीन टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप्स की दिशा में भारत अग्रसर
श्री गडकरी ने बताया कि वह स्वयं हाइड्रोजन आधारित वाहन का प्रयोग कर रहे हैं और यह तकनीक निकट भविष्य में परिवहन के क्षेत्र में क्रांति लाएगी। उन्होंने भारत को युवाओं, शोधकर्ताओं और स्टार्टअप्स का देश बताते हुए गर्व व्यक्त किया कि आज दुनिया की शीर्ष कंपनियों के सीईओ भारतीय मूल के हैं। साथ ही उन्होंने “डोमेस्टिक हैप्पीनेस इंडेक्स” बढ़ाने की जरूरत भी रेखांकित की।
मुख्यमंत्री ने गडकरी को बताया ‘आधुनिक भारत के विश्वकर्मा’
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी का स्वागत करते हुए उन्हें “आधुनिक भारत का विश्वकर्मा” बताया और कहा कि उनके नेतृत्व में देशभर में विश्वस्तरीय एक्सप्रेसवे, ग्रीन कॉरिडोर और लॉजिस्टिक हब का तेजी से विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को शिक्षा और नवाचार का हब बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत विश्वविद्यालयों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और बिग डेटा जैसे उन्नत कोर्स शुरू किए गए हैं। देहरादून, हल्द्वानी और अल्मोड़ा में साइंस सेंटर की स्थापना के साथ राज्य में वैज्ञानिक शोध को नया आयाम दिया जा रहा है।
युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों का द्वार खुला
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। इसका परिणाम यह हुआ कि पिछले तीन वर्षों में राज्य के 23,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग विकसित भारत और सशक्त उत्तराखंड के निर्माण में करें।
समारोह में अनेक गणमान्य लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. कमल घनसाला, कुलाधिपति एवं नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के. सारस्वत और कुलपति प्रो. नरपिंदर सिंह समेत अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।