नैनीताल ।पुलिस महानिरीक्षक,कुमाऊं परिक्षेत्र द्वारा पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर तबादलों का सूनामी आदेश जारी किया है। पुलिस महानिरीक्षक, कुमाऊं द्वारा हस्ताक्षरित आदेश में 221 पुलिस अधिकारियो का स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही “पहाड़ से मैदान” और “मैदान से पहाड़” की नीति के तहत अधिकारियों और जवानों का आपसी अदला-बदली भी हुई है।
पहाड़ से मैदान और मैदान से पहाड़: संतुलन की रणनीति
वहीं दूसरी ओर, इस स्थानांतरण सूची के अनुसार पहाड़ से मैदान और मैदान से पहाड़ की नीति के अंतर्गत भी पुलिस कर्मियों के तबादले हुए हैं:
पहाड़ से मैदान
उप निरीक्षक नागरिक पुलिस – 40
अपर उपनिरीक्षक (ना0पु) – 31
मुख्य आरक्षी (ना0पु) – 118
मैदान से पहाड़
उप निरीक्षक नागरिक पुलिस – 61
अपर उपनिरीक्षक (ना0पु) – 25
मुख्य आरक्षी (ना0पु) – 35
आरक्षी (ना0पु) – 103
यह कदम उत्तराखंड पुलिस की आंतरिक संतुलन नीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके तहत कर्मियों को विभिन्न भौगोलिक और सामाजिक परिस्थितियों में कार्य अनुभव प्रदान करना है।
प्रशासनिक संदेश और संकेत
इस व्यापक फेरबदल का उद्देश्य न केवल कार्यक्षमता को बेहतर बनाना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि कर्मी केवल एक ही स्थान पर वर्षों तक जमे न रहें। साथ ही, यह संतुलन पुलिस बल की निष्पक्षता और कार्य की पारदर्शिता को भी सुदृढ़ करता है।
कुमाऊं क्षेत्र में एक साथ जारी हुए तबादलों ने पुलिस विभाग में नई हलचल पैदा कर दी है। जहां एक ओर कुछ अधिकारी-कर्मचारी शहरों से पहाड़ की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में अपनी ड्यूटी निभाएंगे, वहीं दूसरी ओर पहाड़ से मैदान आए कर्मी भी अब अधिक चुनौतीपूर्ण प्रशासनिक स्थितियों में खुद को साबित करेंगे।
यह तबादला महज एक प्रशासनिक आदेश नहीं, बल्कि उत्तराखंड पुलिस की दक्षता और संतुलन की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
यहां देखें स्थानांतरण आदेश







