संगठन विस्तार को लेकर वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का आह्वान — सितंबर में होगा श्रमिकों का प्रांतीय सम्मेलन
देहरादून, 19 जून।उत्तराखंड में कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूती देने की दिशा में पार्टी ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। प्रदेश कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ में दो निष्ठावान कार्यकर्ताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। पूर्व कर्मचारी नेता राम गोपाल वर्मा को प्रदेश महासचिव और एडवोकेट नरेंद्र कुमार को प्रदेश सचिव नियुक्त किया गया है।
इन नियुक्तियों की औपचारिक घोषणा कांग्रेस मुख्यालय में की गई, जहां पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन व प्रशासन श्री सूर्यकांत धस्माना ने दोनों नव नियुक्त पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर श्री धस्माना ने उन्हें संगठन के विस्तार और मज़दूर वर्ग के अधिकारों की रक्षा हेतु सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
प्रदेश कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिनेश कौशल ने बताया कि पार्टी लगातार संगठनात्मक ढांचे को सुदृढ़ बनाने हेतु कर्मठ, अनुभवी और जनसरोकार से जुड़े कार्यकर्ताओं को नेतृत्व में ला रही है।
हर विधानसभा में होगा गठन, सितंबर में प्रदेश स्तरीय सम्मेलन
श्री धस्माना ने श्रम प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों से अपील की कि आगामी तीन महीनों में प्रदेश की सभी 70 विधानसभा सीटों और प्रत्येक जनपद में संगठनात्मक इकाइयों का गठन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जानकारी दी कि सितंबर माह में एक भव्य प्रदेश स्तरीय श्रमिक कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें राज्यभर के कार्यकर्ता भाग लेंगे।
उन्होंने कहा, “समाज का हर वर्ग आज श्रमिक है — चाहे वह खेत में हो, दुकान पर हो, दफ्तर में हो या निर्माण स्थल पर। श्रमिकों की इस विशाल जनसंख्या को कांग्रेस के झंडे तले संगठित करना हमारा कर्तव्य है।“
सरकार को घेरने की जरूरत — धस्माना
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि “ट्रिपल इंजन की सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है — केंद्र, राज्य और निगमों में बैठे शासक केवल पूंजीपतियों के हित में काम कर रहे हैं, जबकि आम श्रमिक वर्ग उपेक्षा और महंगाई से त्रस्त है।” उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जन-जन तक पहुंचकर भाजपा सरकार के जनविरोधी कार्यों को उजागर करें।
नव नियुक्त पदाधिकारियों को पार्टीजनों, समर्थकों व सामाजिक संगठनों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। यह कदम प्रदेश में कांग्रेस के श्रमिक मोर्चे को नए जोश और दिशा देने वाला माना जा रहा है।