चित्रकूट। (आरएनएस)। राजापुर यमुना पुल में एक महिला अपने मासूम बच्चे को कमर में बांधकर यमुना नदी में छलाँग लगा दिया। जिससे मां और बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ गोताखोरों की मदद से दोनों के शव पानी के बाहर निकाला।
गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे यमुना नदी में जनपद कौशाम्बी के ग्राम गढ़वा ईशामबाद थाना सरांय अकिल निवासी गौरा (25) पत्नी संतोष घरेलू हिंसा व पति से प्रताड़ित होकर अपने डेढ़ वर्षीय पुत्र राज अपने मायके कनकोटा आ रही थी कि अचानक पुत्र को कमर में बांधकर पक्के पुल से छलाँग लगा दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने थाना राजापुर को घटना की सूचना दी। जिस पर थानाध्यक्ष प्रवीण सिंह, उपनिरीक्षक सिद्धनाथ राय अपने हमराही पुलिस बल के साथ घटना स्थल में पहुंचकर आनन फानन में गोताखोरों से मां व बेटे के शव को बाहर निकलवाया। मायके पक्ष के लोगों ने सोशल मीडिया में शव की शिनाख्त करते हुए थाना राजापुर पहुँचे और मृतका गौरा व पुत्र राज के रूप में की है। मृतका गौरा की माँ राजकुमारी ने रोते बिलखते हुए बताया कि लगभग चार वर्ष पहले जनपद कौशाम्बी के गढ़वा ईशामबाद निवासी संतोष कुमार पुत्र बब्बू ग्राम कनकोटा के अपने जीजा शिवचरण निषाद के यहाँ आने जाने के कारण पुत्री गौरा से प्रेम प्रसंग हो गया था। जानकारी मिलने पर शादी करने से इनकार कर दिया था। फिर कुछ दिनों बाद संतोष पुत्री गौरा को चोरीछिपे भगाकर शादी कर लिया था और दोनों लोग पति पत्नी के रूप में रहने लगे थे। लगभग एक माह पहले पुत्री गौरा घरेलू हिंसा, मारपीट की घटनाओं की सूचना बराबर देती रही और बता रही थी कि प्रेम विवाह होने के कारण माता पिता के द्वारा दहेज न देने पर पुत्री को हर समय पति व उनके परिजनों के द्वारा दहेज की बराबर माँग करते थे। तब अपनी हैसियत के अनुसार दहेज दिया था, लेकिन दहेजलोभी पति व परिजनों के द्वारा मेरी पुत्री को प्रताड़ित करना बंद नहीं किया था। थानाध्यक्ष प्रवीण सिंह ने बताया कि यमुना नदी से माँ और बेटे के शव बरामद किए गए हैं। अभी तक मायके पक्ष से कोई तहरीर नहीं दी गई है। शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया गया है।