तेल अवील,22 जून। ईरान ने अमेरिका द्वारा रविवार तड़के 3 परमाणु ठिकानों पर किए गए हमले के बाद इजरायल पर अपना गुस्सा निकाला है। ईरान ने इजरायल के तेल अवील, हाइफा सहित कई शहरों पर 30 बैलेस्टिक मिसाइलें दागी हैं। इन हमलों में कम से कम 23 लोग घायल हो गए। इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने भी ईरान की ओर से किए गए हमलों की पुष्टि कर दी। इसके बाद पूरे इजरायल में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
आईडीएफ के अनुसार, ईरान के हमलों में रमत अवीव में काफी नुकसान हुआ है। यहां बड़ी-बड़ी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसी तरह तेल अवीव, नेस जियोना, रिशोन लेजियन और हाइफा को भी निशाना बनाया है। उसके बाद से इन शहरों में हमलों के सायरन बज रहे हैं। आईडीएफ ने बताया कि नुकसान का अभी आंकलन नहीं किया गया है, लेकिन प्रारंभिक सूचना के आधार पर हमलों में कुल 23 लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार जारी है।
अमेरिकी हमलों के बाद आक्रामक हुए ईरान के खतरों को देखते हुए इजरायल की सरकार के अधिकारियों ने लोगों से होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करने और सुरक्षित जगहों पर छिपने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा कि आईडीएफ खतरे को बेअसर करने के लिए जहां भी आवश्यक हो, अवरोधन और हमला करने के लिए काम कर रही है। हालांकि, हमलों को पूरी तरह से हवा में रोका नहीं जा सकता है इसलिए सतर्कता जरूरी है।
अमेरिका ने ईरान और इजरायल संघर्ष में कूदते हुए ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया। इन ठिकानों में नतांज, फोर्दो और इस्फहान शामिल है। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमलों से तीनों परमाणु सुविधाओं बर्बाद हो गई हैं। अब ईरान को शांति कायम करनी चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करता है, तो उस पर और बड़े हमले किए जाएंगे। इधर, ईरान ने हमले में मामूली नुकसान की बात कही है।