आजकल कई लोग वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग को अपना रहे हैं और यह तरीका वजन घटाने के साथ-साथ कई अन्य सेहत लाभ भी दे सकता है।
हालांकि, यह तरीका सभी के लिए सही नहीं होता है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए।
आइए जानते हैं कि इंटरमिटेंट फास्टिंग से किन लोगों को बचना चाहिए और क्यों।
गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं को इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस दौरान वे अपने बच्चे को सही पोषण नहीं दे पाती हैं। इससे गर्भवती महिलाओं को कमजोरी और चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
इसके अलावा इससे बच्चे का विकास भी प्रभावित होता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार लेना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी डाइट का पालन नहीं करना चाहिए। इससे उनकी और उनके बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
स्तनपान कराने वाली महिलाएं
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए।
इसके कारण दूध कम हो सकता है और बच्चे को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है। इससे बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसके अलावा इससे मां को भी कमजोरी महसूस हो सकती है।
इसलिए स्तनपान कराने वाली महिलाओं को संतुलित आहार लेना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी डाइट का पालन नहीं करना चाहिए।
मधुमेह के रोगी
मधुमेह के रोगियों को भी इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए। इससे उनकी रक्त शर्करा का स्तर असंतुलित हो सकता है और उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा इससे इंसुलिन का स्तर भी प्रभावित हो सकता है, जिससे मधुमेह की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए मधुमेह के रोगियों को संतुलित आहार लेना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी डाइट का पालन नहीं करना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोग
जिन लोगों को मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे कि तनाव या चिंता होती हैं, उन्हें भी इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए। इससे उनकी मानसिक स्थिति और खराब हो सकती है और उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा इससे मूड में बदलाव और चिड़चिड़ापन भी बढ़ सकता है। इसलिए जिन लोगों को मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उन्हें संतुलित आहार लेना चाहिए।
पुरानी बीमारियों से ग्रस्त लोग
जिन लोगों को पहले से कोई पुरानी बीमारी जैसे किडनी या हृदय रोग, उन्हें भी इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए। इससे उनकी बीमारी और गंभीर हो सकती है और उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो सकती है। इसलिए जिन लोगों को कोई पुरानी बीमारी है, उन्हें संतुलित आहार लेना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के अनुसार डाइट का पालन करना चाहिए।