हरिद्वार: स्वच्छता की निरंतरता पर ग्राम प्रधानों संग बैठक संपन्न

शिवाकांत पाठक की रिपोर्ट

हरिद्वार, 24 जून 2025: मुख्य विकास अधिकारी महोदया की अध्यक्षता में जनपद के छह विकासखंडों की 30 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों के साथ स्वच्छता की निरंतरता को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वच्छ भारत मिशन के तहत ठोस कचरा प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा हुई और निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर सहमति बनी:यूजर चार्ज संग्रह: सभी परिवारों से शत-प्रतिशत यूजर चार्ज संग्रह सुनिश्चित किया जाए।कचरे का पृथकीकरण: प्रत्येक परिवार द्वारा कचरे का स्रोत पर ही पृथकीकरण अनिवार्य किया जाए।कचरा एकत्रीकरण स्थल: सभी एडीओ पंचायत ग्राम पंचायतों में कचरा एकत्रीकरण के लिए स्थान चिह्नित करेंगे।ग्राम स्वच्छता निधि: एकत्रित शुल्क के लिए ग्राम पंचायत द्वारा “ग्राम स्वच्छता निधि” के नाम से अलग बैंक खाता खोला जाए, ताकि इसका पारदर्शी लेखा-जोखा रखा जा सके।सूखे कचरे का प्रबंधन: रोस्टर के आधार पर विकासखंड कार्यालय द्वारा कचरा वाहन के माध्यम से सूखा कचरा प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट तक पहुंचाया जाए।बेल्डा मॉडल: स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से बेल्डा मॉडल के तहत डोर-टू-डोर कचरा संग्रह को बढ़ावा देने का आह्वान किया गया।बैठक में के.एन. तिवारी (परियोजना निदेशक/प्रबंधक डीआरडीए), अतुल प्रताप सिंह (जिला पंचायत राज अधिकारी), ए.एम.ए. जिला पंचायत, सभी विकासखंडों के खंड विकास अधिकारी, बीएमएम, और एसबीएम के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
यह बैठक स्वच्छ भारत मिशन के तहत हरिद्वार को स्वच्छ और कचरा-मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

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