नईदिल्ली ,22 जून (आरएनएस)। अहमदाबाद विमान हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) एयरलाइंस पर लगातार सख्ती कर रहा है। अब डीजीसीए ने एयर इंडिया को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर विमानों के संचालन में गड़बड़ियां जारी रहीं, तो एयरलाइन का लायसेंस रद्द किया जा सकता है या वापस लिया जा सकता है। दूसरी ओर, डीजीसीए ने विमानन सुरक्षा निगरानी को मजबूत करने के लिए व्यापक विशेष ऑडिट के लिए नई रुपरेखा तैयार की है।
डीजीसीए ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में गलती के गंभीर परिणाम होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, डीजीसीए ने कहा, किसी भी पोस्ट-ऑडिट या निरीक्षण में चालक दल के शेड्यूलिंग मानदंडों, लाइसेंसिंग या उड़ान समय सीमाओं का कोई भी भविष्य का उल्लंघन पाया जाता है, तो सख्त प्रवर्तन कार्रवाई की जाएगी। इसमें जुर्माना, लाइसेंस निलंबन या ऑपरेटर की अनुमति वापस लेना शामिल है। हालांकि, कार्रवाई इन्हीं विकल्पों तक सीमित नहीं है।
डीजीसीए ने वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में ऑडिट टीमों का गठन किया है। ये टीमें भौतिक सुविधा निरीक्षण, दस्तावेजों की समीक्षा, कर्मियों के साक्षात्कार और हवाई अड्डों पर रैंप जांच जैसे तकनीकी पहलुओं की सख्त निरीक्षण कर रही हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह प्रक्रिया 3 चरणों में पूरी होगी, जिसमें प्री ऑडिट, ऑन साइट ऑडिट और पोस्ट ऑडिट शामिल है। इन ऑडिटों से प्राप्त निष्कर्षों को गंभीरता के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में रखा जाएगा।
ऑडिट के दायरे में सभी एयरलाइंस, रखरखाव मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) संगठन, उड़ान प्रशिक्षण संगठन (एफटीओ), एयर नेविगेशन सेवा प्रदाता (एएनएसपी) और ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियां आदि शामिल हैं। ऑडिट के बाद संस्थाओं को 15 दिनों के भीतर सुधारात्मक कदम उठाने होंगे, जिनकी निगरानी डीजीसीए करेगा। डीजीसीए ने कहा कि ऑडिट सिफारिशों का अनुपालन न करने पर जुर्माना लगाया जा सकता है, परिचालन निलंबित किया जा सकता है या लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।
कल डीजीसीए ने एयर इंडिया को अपने 3 कर्मचारियों को हटाने का आदेश दिया था। इनमें डिवीजनल उपाध्यक्ष चूड़ा सिंह, मुख्य प्रबंधक (क्रू शेड्यूलिंग) पिंकी मित्तल और क्रू शेड्यूलिंग (योजना) पायल अरोड़ा शामिल हैं। डीजीसीए ने कहा था कि एयर इंडिया द्वारा लाइसेंसिंग, आराम और रीसेंसी आवश्यकताओं में चूक के बावजूद फ्लाइट क्रू के शेड्यूल और संचालन के संबंध में बार-बार और गंभीर उल्लंघन किए गए हैं। इसके बाद एयर इंडिया ने इन कर्मचारियों को हटा दिया था।
12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग ड्रीमलाइनर (एआई-171) मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में 242 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्य सवार थे, जिसमें सिर्फ एक यात्री की जान बच सकी। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की भी हादसे में मौत हो गई। वहीं, जमीन पर करीब 20 लोगों की मौत हुई है।