लखनऊ 10 जून (आरएनएस )। उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी और उमस के बीच बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने जानकारी दी कि 9 जून की रात प्रदेश में बिजली की अधिकतम मांग 31,104 मेगावाट दर्ज की गई, जो अब तक की सबसे अधिक है। यह मांग पिछले वर्ष की अधिकतम मांग 30,618 मेगावाट को पार कर गई है। उन्होंने कहा कि राज्य की विद्युत व्यवस्था ने इस अप्रत्याशित मांग को सफलतापूर्वक पूरा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बीते तीन दिनों में लगातार बिजली की मांग नई ऊंचाइयों पर रही है। 6 जून को 28,581 मेगावाट, 7 जून को 29,502 मेगावाट और 8 जून को 30,161 मेगावाट विद्युत आपूर्ति की गई। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि उत्तर प्रदेश देश के सर्वाधिक बिजली उपभोग करने वाले राज्यों में सबसे आगे है।उन्होंने बताया कि देश के अन्य बड़े राज्यों की तुलना में उत्तर प्रदेश में बिजली आपूर्ति सबसे अधिक रही। उदाहरण स्वरूप, 9 जून को गुजरात में 25,230 मेगावाट, महाराष्ट्र में 25,191 मेगावाट, तमिलनाडु में 17,867 मेगावाट, राजस्थान में 16,562 मेगावाट और पंजाब में 15,508 मेगावाट की आपूर्ति हुई, जबकि यूपी में यह आंकड़ा 31,104 मेगावाट पर पहुंच गया।ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में बिजली की मांग 32,000 मेगावाट से भी अधिक पहुंचने की संभावना है, जिसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पिछले तीन वर्षों में ट्रांसमिशन क्षमता, उपकेंद्रों, ट्रांसफार्मरों की संख्या एवं क्षमता में लगातार वृद्धि की गई है। साथ ही जर्जर लाइनों और खंभों को बदलने से लो वोल्टेज, ट्रिपिंग और फॉल्ट की समस्याएं भी काफी हद तक कम हुई हैं।उन्होंने सभी विद्युत कर्मियों को इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर बधाई दी और प्रदेशवासियों से बिजली के संयमित उपयोग की अपील की। मंत्री ने निर्देश दिए कि सभी क्षेत्रों में निर्धारित शेड्यूल के अनुसार विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए और कहीं भी अनावश्यक कटौती न की जाए।उन्होंने यह भी कहा कि गर्मी के मौसम में अनुरक्षण कार्यों के लिए विद्युत आपूर्ति बाधित न की जाए और शटडाउन की योजना इस तरह बनाई जाए कि जनता को न्यूनतम असुविधा हो। ट्रांसफार्मर जलने या क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में समयबद्ध बदलाव हो और ग्रामीण क्षेत्रों की आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया जाए।ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश के किसी भी हिस्से में बिजली व्यवधान की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए ताकि गर्मी के इस मौसम में जनता को राहत मिल सके।