नई दिल्ली, 11 जून 1015(एजेंसीयाँ) देश की राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक जाम का दर्द हर रोज़ लाखों लोगों को झेलना पड़ता है। ऑफिस जाने वाले हों या कॉलेज के स्टूडेंट्स, सभी को जाम की वजह से समय की भारी बर्बादी का सामना करना पड़ता है। खासकर दक्षिणी दिल्ली के इलाके – एम्स, महिपालपुर, वसंत कुंज जैसे क्षेत्र – जहां हर रोज वाहन रेंगते नजर आते हैं। लेकिन अब इस समस्या का एक मजबूत और स्थायी समाधान केंद्र सरकार की योजना में है।
5000 करोड़ की लागत से बनेगा ट्रैफिक फ्री कॉरिडोर
सरकार दक्षिण दिल्ली को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गुड़गांव से जोड़ने के लिए लगभग 20 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर कॉरिडोर तैयार करने जा रही है। यह प्रोजेक्ट दिल्ली और एनसीआर की ट्रैफिक व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों के मुताबिक, यह नया कॉरिडोर दिल्ली के एम्स क्षेत्र को महिपालपुर और गुड़गांव-फरीदाबाद रोड से जोड़ेगा। इस पूरी परियोजना पर करीब 5000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
AIIMS से एयरपोर्ट तक बिना सिग्नल सफर
इस एलिवेटेड कॉरिडोर की शुरुआत एम्स से होगी और यह रिंग रोड होते हुए वसंत कुंज के नेल्सन मंडेला मार्ग से जुड़ेगा। यह कॉरिडोर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद से एयरपोर्ट या गुड़गांव जाने वाले यात्रियों को बेहद राहत देगा। अभी NH-48 यानी दिल्ली-गुड़गांव हाईवे पर अत्यधिक ट्रैफिक देखा जाता है, लेकिन यह नया रूट एक विकल्प बनकर सामने आएगा।
5 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड टनल का भी प्रस्ताव
नेल्सन मंडेला मार्ग पर केंद्र सरकार 5 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड टनल बनाने की योजना भी बना रही है। यह टनल एयरपोर्ट को सीधे द्वारका एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी, जिससे सफर और तेज और सुगम हो जाएगा। इसके अलावा एम्स से नादिरा मार्ग तक एक और एलिवेटेड सेक्शन प्रस्तावित है, जो आगे चलकर महरौली-गुड़गांव रोड और गुड़गांव-फरीदाबाद रोड से जुड़ेगा।
दिल्ली और गुड़गांव के बीच बनेगा समानांतर कॉरिडोर
इस नई व्यवस्था से दिल्ली और गुड़गांव के बीच ट्रैफिक का दबाव कम होगा और एक वैकल्पिक, तेज़ और बिना रुकावट वाला सफर यात्रियों को मिल सकेगा। रिंग रोड और आउटर रिंग रोड की भीड़भाड़ से बचने के लिए यह कॉरिडोर गेमचेंजर साबित