0-दोनों देशों के बीच वीजा सेवा फिर से शुरू होने पर जताई खुशी
नई दिल्ली,18 जून (आरएनएस)। दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा की सराहना की और दोनों देशों में उच्चायोग और वीजा सेवाओं को फिर से शुरू करने पर खुशी व्यक्त की.दिल्ली के मंत्री ने जोर देकर कहा कि कनाडा भारत की संप्रभुता, सम्मान और निर्णय पर सवाल नहीं उठा सकता, जो पिछले 30 वर्षों में भारत की सबसे बड़ी जीत है. उन्होंने कहा कि इससे विश्व मंच पर भारत की स्थिति स्पष्ट होती है और यह भी कि वह यह तय करने में सक्षम है कि किसके साथ बातचीत करनी है और किसके साथ नहीं.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा कि जब भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी कनाडा के प्रधानमंत्री कार्नी से मिलते हैं, तो एक ऐतिहासिक निर्णय होता है कि अब देश में उच्चायुक्तों को बहाल किया जाएगा और वीजा सेवाएं बहाल की जाएंगी. इसके साथ ही, कनाडा किसी भी मामले में भारत की संप्रभुता, सम्मान और निर्णय लेने की आलोचना नहीं कर सकता. यह पिछले तीस वर्षों में सबसे बड़ी ऐतिहासिक जीत है. इससे दो बातें स्पष्ट होती हैं: भारत किस पायदान पर खड़ा है. भारत तय करता है कि किसके साथ बातचीत करनी है और किसके साथ नहीं.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक स्व-निर्मित वीडियो में कहा कि इसके अलावा, सिरसा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जिस तरह से कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने जी 7 शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया, उससे पता चलता है कि देश दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति बनने की ओर अग्रसर है. उन्होंने उल्लेख किया कि पीएम मोदी ने हमेशा देश को आगे रखा और राजनीति को पीछे, जो साबित करता है कि उनके लिए देश हमेशा पहले आता है.
दिल्ली के मंत्री ने कहा कि आज दुनिया में भारत के प्रधानमंत्री की क्या ताकत है, प्रधानमंत्री कनाडा के प्रधानमंत्री ने स्वयं उन्हें आमंत्रित किया, जिससे स्पष्ट होता है कि आज भारत विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बनने की ओर अग्रसर है और अगर मैं इसे आंकड़ों के हिसाब से देखूं तो जहां हम आर्थिक रूप से तीसरे-चौथे स्थान पर हैं, वहीं एक देश के रूप में भी हमने उतनी ही मजबूती हासिल की है. मैं देश के प्रधानमंत्री को इसके लिए बधाई देना चाहता हूं कि आपने सभी भारतीयों के सम्मान को इन सभी चीजों से ऊपर रखा. इससे पता चलता है कि उनके लिए देश पहले है और बाकी सब बाद में आता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी 7 शिखर सम्मेलन के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी से मुलाकात की. उल्लेखनीय है कि कनाडा के हालिया आम चुनावों के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली आमने-सामने की मुलाकात थी. बैठक के दौरान नेताओं ने भारत-कनाडा संबंधों के महत्व की पुष्टि की और एक-दूसरे की राजधानियों में उच्चायुक्तों की जल्द वापसी के साथ संबंधों में स्थिरता बहाल करने के लिए रचनात्मक कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि विदेश मंत्रालय के अनुसार, पीएम मोदी और पीएम कार्नी के बीच बैठक ने दोनों पक्षों को भारत-कनाडा संबंधों की स्थिति और आगे के लिए खुलकर और भविष्य के कई विषयों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान किया. नेताओं ने साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति सम्मान और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता के आधार पर भारत-कनाडा संबंधों के महत्व की पुष्टि की.