27 वर्षीय अनिल नेगी की करंट लगने से मौत, माँ ने खाया ज़हर — यूपीसीएल की ठेकेदारी प्रणाली और लापरवाही पर उठे सवाल
पौड़ी/देहरादून। जनपद पौड़ी के नैनीडांडा ब्लॉक स्थित खुटीड़ा गांव निवासी अनिल नेगी, जो उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) में ठेकेदार के अधीन संविदा कर्मचारी थे, की 16 जून को रिखणीखाल क्षेत्र में विद्युत लाइन की मरम्मत के दौरान करंट लगने से मौत हो गई। हादसे के बाद क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शटडाउन की पुष्टि के बाद ही अनिल पोल पर चढ़े थे, लेकिन कुछ समय बाद करंट लगने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सबसे दर्दनाक दृश्य यह रहा कि अनिल का शव करीब तीन घंटे तक खंभे पर लटका रहा, जिससे ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त हो गया।
गांव में उबाल, शव रखकर हुआ प्रदर्शन
मृतक के परिजन और स्थानीय ग्रामीणों ने शव को मोर्चरी के बाहर रखकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि विद्युत विभाग की लापरवाही ने उनके बेटे की जान ले ली। मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक महंत दिलीप ने भी मामले को गंभीर बताते हुए यूपीसीएल में ठेकेदारी प्रथा और व्याप्त भ्रष्टाचार पर सीधे सवाल उठाए।

माँ ने खाया ज़हर, देहरादून रेफर
मृतक अनिल की उम्र महज 27 वर्ष थी। जवान बेटे की मौत की खबर सुनते ही अनिल की मां सदमे में आकर बेहोश हो गईं। होश में आने के बाद उन्होंने जहर खा लिया। परिजनों ने उन्हें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें आज 19 जून को देहरादून के महंत इन्द्रेश अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सवालों के घेरे में यूपीसीएल की कार्यप्रणाली
यह दर्दनाक हादसा न केवल एक युवा की जान ले गया, बल्कि उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड में चल रही ठेकेदारी व्यवस्था की खामियों को भी उजागर कर गया। परिजनों ने आरोप लगाया है कि शटडाउन की पुष्टि में लापरवाही बरती गई, जिससे यह हादसा हुआ। विधायक सहित कई जनप्रतिनिधियों ने निष्पक्ष जांच और मृतक परिवार को मुआवजे की मांग की है।
मेरा उत्तराखंड पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती है और संबंधित विभाग से जवाबदेही तय किए जाने की मांग करती है।