पंचायत चुनाव पर हाईकोर्ट के फैसले का कांग्रेस ने किया स्वागत, पारदर्शी चुनाव की उठाई मांग”

देहरादून। उत्तराखंड में पंचायत चुनाव को लेकर आए हाईकोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद प्रदेश की राजनीति में नई हलचल शुरू हो गई है। कांग्रेस पार्टी ने इस निर्णय का खुले शब्दों में स्वागत करते हुए राज्य निर्वाचन आयोग से पूर्ण पारदर्शिता के साथ निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने की मांग की है।

हाईकोर्ट के निर्णय के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या पक्षपात को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “हमने पहले ही प्रदेश भर की ग्राम पंचायतों और क्षेत्रों में अपने प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है, वे अपना काम भी शुरू कर चुके हैं। कांग्रेस पूरी ताकत से इन चुनावों में हिस्सा लेगी।”

धस्माना ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली बार जब पंचायती जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हुआ, तो सरकार ने चुनाव की घोषणा करने के बजाय उन्हें प्रशासनिक स्तर पर कार्य करने दिया और चुनाव प्रक्रिया को टालने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि अब जबकि हाईकोर्ट ने रास्ता साफ कर दिया है, निर्वाचन आयोग को इतनी पारदर्शिता के साथ कार्यक्रम घोषित करना चाहिए कि वह दोबारा किसी कानूनी चुनौती की ज़द में न आए।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में राज्य निर्वाचन आयुक्त से भी मिला था और उनसे साफ-सुथरे और निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग रखी थी।

धस्माना ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, “यदि निर्वाचन आयोग या कोई अधिकारी चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करता है, पक्षपात करता है या अनैतिक कदम उठाता है, तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरकर उसका विरोध करेगी।”

कांग्रेस की यह प्रतिक्रिया जहां हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान दर्शाती है, वहीं राज्य में लोकतंत्र की मर्यादा और पंचायत व्यवस्था की गरिमा को बनाए रखने की उसकी प्रतिबद्धता भी दिखाती है। अब निगाहें निर्वाचन आयोग की घोषणा और आगामी पंचायत चुनाव की तैयारियों पर टिकी हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here