चारधाम यात्रा में बढ़ती हैली दुर्घटनाओं पर कांग्रेस चिंतित

मुख्य सचिव को सौंपा छह सूत्रीय ज्ञापन, उड्डयन नीति में पारदर्शिता की माँग

देहरादून। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के दौरान लगातार हो रही हैलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने गहरी चिंता जताई है। सोमवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में मुख्य सचिव आनंद वर्धन से मिला और उन्हें एक छह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।

करण माहरा ने कहा कि बीते 38 दिनों में 5 हैली दुर्घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें अब तक 13 लोग जान गंवा चुके हैं, जिनमें एक 22 माह की मासूम बच्ची भी शामिल है। उन्होंने इन हादसों को राज्य की लचर उड्डयन नीति और डीजीसीए-एटीसी नियमों के घोर उल्लंघन का नतीजा बताया।

उन्होंने कहा कि राज्य में न तो हेलिकॉप्टरों की उड़ान, लैंडिंग, उड़ान अवधि का कोई नियम निर्धारित है और न ही खटारा हैलिकॉप्टरों पर कोई रोक है। ऐसे में हेलिकॉप्टर विक्रम टेम्पो की तरह उड़ाए जा रहे हैं, जिससे यात्रियों की जान से खिलवाड़ हो रहा है।

कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने 15 जून को केदारनाथ में हुई भीषण दुर्घटना का हवाला देते हुए कहा कि जिस हैली को सुबह 6 बजे उड़ान भरनी थी, वह अनुचित रूप से 5:17 बजे ही उड़ गया, और 5:20 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने अब तक हैली सेवाओं को बिना किसी नियंत्रण के मनमाने ढंग से संचालित होने दिया है, जिससे हवाई सेवाओं में पूरी तरह अराजकता का माहौल बन चुका है।

ज्ञापन में मांग की गई कि राज्य में एक पारदर्शी उड्डयन नीति बनाई जाए जो डीजीसीए और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करे। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थिति के अनुरूप उड्डयन मानक तय हों, खटारा हैलिकॉप्टरों पर रोक लगे, पायलटों के लिए पर्वतीय उड़ान का अनुभव अनिवार्य किया जाए और पर्यावरणीय संतुलन को भी ध्यान में रखते हुए उड़ानों की सीमा तय हो।

प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस मीडिया सलाहकार सरदार अमरजीत सिंह, प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी, अनुसूचित जाति विभाग अध्यक्ष मदनलाल, श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल एवं देवेंद्र सिंह शामिल थे।

यँहा देखें मुख्य सचिव को सौंपा ज्ञापन

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