नईदिल्ली ,20 जून (आरएनएस)। अहमदाबाद विमान हादसे से पहले संसदीय समिति ने दुर्घटना जांच और विमानन सुरक्षा के लिए फंड की कमी की बात उजागर की थी। पर्यटन, परिवहन और संस्कृति पर विभाग संबंधित संसद की स्थायी समिति की इस रिपोर्ट को 25 मार्च को राज्यसभा में पेश किया गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि विमानन सुरक्षा के बुनियादी ढांचे और दुर्घटना जांच क्षमताओं के लिए 35 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन अपर्याप्त है।
समिति ने रिपोर्ट में कहा था कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए), विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के बजट आवंटन में असंगति है।
समिति ने कहा कि हवाई अड्डों और यात्रियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए एएआईबी और बीसीएएस को अधिक धनराशि आवंटित किए जाने की जरूरत है।
रिपोर्ट में कहा गया है, बजट अनुमान 2025-26 के लिए पूंजीगत परिव्यय में प्रमुख विमानन निकायों में धन के आवंटन में स्पष्ट असंतुलन है।
रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025-26 के लिए डीजीसीए को 30 करोड़, एएआईबी को 20 करोड़ और बीसीएएस को 15 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि डीजीसीए को आवंटित राशि की दक्षता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सावधानीपूर्वक जांच की जानी चाहिए।
हवाई सुविधाओं के बुनियादी ढांचे में विस्तार को देखते हुए सुरक्षा क्षमताओं और दुर्घटना जांच संसाधनों में आनुपातिक वृद्धि आवश्यक है।
पैनल ने डीजीसीए, बीसीएएस और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) में कर्मचारियों की कमी पर भी गंभीर चिंता जताई।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अनुदान मांगों पर 375वीं रिपोर्ट के अनुसार, डीजीसीए में 53 प्रतिशत से अधिक और बीसीएएस में 35 प्रतिशत पद खाली हैं। वहीं, एएआई में 17 प्रतिशत पद खाली हैं, जो हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे का प्रबंधन करता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बजट का जरूरतों के हिसाब से आकलन करना आवश्यक है।
वहीं, हादसे की जांच कर रहे अधिकारियों को संदेह है कि उड़ान भरने के तुरंत बाद पॉवर फेल होने के कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
अधिकारियों ने मलबे की जांच, एटीसी रिपोर्ट और टेकऑफ वीडियो सहित कुछ दूसरे तकनीकी पहलूओं के हवाले से संभावना जताई है कि विमान की मुख्य विद्युत प्रणाली में उड़ान भरने के कुछ सेकंड के भीतर ही समस्या आ गई थी।
हालांकि, स्पष्ट वजह ब्लैक बॉक्स के डेटा से ही सामने आ पाएगी।
12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग ड्रीमलाइनर (एआई -171) मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
विमान में 242 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्य सवार थे, जिसमें सिर्फ एक यात्री की जान बच सकी। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की भी हादसे में मौत हो गई। वहीं, जमीन पर करीब 20 लोगों की मौत हुई है।