100 साल पुरानी ”चाची की कचौड़ी” और ”पहलवान लस्‍सी” पर चला ”बाबा” का बुलडोजर, एक झटके में सदियों पुरानी यादें स्वाहा! काशीवासियों का छलका दर्द

वाराणसी : यूपी के वाराणसी जिले में स्थित आज देश-दुनिया में प्रसिद्ध पहलवान लस्सी और चाची की कचौड़ी दुकान को लोक निर्माण विभाग द्वारा तोड़ा जा रहा है। दरअसल, वाराणसी के लहरतारा से भिखारीपुर तिराहा, लंका चौराहा होते हुए भेलूपुर विजया माल तक बनने वाले फोरलेन सड़क की जद में लंका चौराहे के पास 24 से अधिक दुकानें आ रही है। लोक निर्माण विभाग ने नापी करने के साथ मकान और दुकान पर लाल निशान लगा कर महीने भर पहले ही नोटिस थमा दी थी। 

बहुत ही पुराना है दुकानों का इतिहास 
रविदास गेट के सामने स्थित दुकानों का इतिहास भी बहुत पुराना है। यहां 60 से 70 वर्ष पुराने लोग भी अपनी दुकान चला रहे हैं। आज जमुई की दुकान टूट रही है तो उनकी आंखों में आंसू है। उनका कहना है कि आगे हमारा रोजगार कैसे चलेगा, इसका पता नहीं है। हर जगह दुकान 20 से 25 हजार रूपए की मिल रही है। लेकिन हम चाह कर भी इन दुकानों को टूटने से रोक नहीं पा रहे हैं।

प्रशासन द्वारा दिया जाएगा मुआवजा  
लहरतारा से भिखारीपुर तिराहा, लंका चौराहा होते हुए भेलूपुर विजया माल तक 9.512 किलोमीटर लंबी सड़क 241.80 करोड़ रुपये से चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसकी  जद में आने वाले घर वालों को प्रशासन द्वारा मुआवजा भी दिया जाएगा। इसकी अलग से लिस्ट तैयार की जा रही है।

बनारस वासियों का छलका दर्द 
मंगलवार रात जब ये दोनों दुकानें तोड़ी जा रही थीं, उस वक्त लंका रविदास गेट के पास से गुजरने वाले बाइक सवारों और राहगीरों का दर्द छलका। उनके मन में कई सवाल उठे। उन्होंने कहा कि अरे, ई का हो गईल…चाची की कचौड़ी की दुकान टूट गईल। उधर, पहलवान के लस्सी क दुकान भी टूटत हव…, अब कहां सबेरे चाची की कचौड़ी खाइब, अउर पहलवान के लस्सी कहां भेंटाई..। 

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