उत्तराखंड में ऊर्जा निगम की लापरवाही से एक और लाइनमैन की मौत: उक्रांद ने की 1 करोड़ मुआवजे और हत्या के मुकदमे की मांग

पौड़ी गढ़वाल। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने गुरुवार को ऊर्जा विभाग के प्रबंध निदेशक को ज्ञापन सौंपकर पौड़ी जिले के रिखणीखाल ब्लॉक के वड्डाखाल में बिजली का कार्य करते समय लाइनमैन अनिल नेगी की करंट लगने से हुई मौत के मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। उक्रांद ने इसे हत्या बताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार शिवांश इलेक्ट्रिकल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, मृतक के परिजनों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।
घटना मंगलवार देर शाम की है जब नैनीडांडा के खुटीड़ा निवासी अनिल नेगी (पुत्र रंजीत सिंह), जो विद्युत वितरण खंड नैनीडांडा के विद्युत सब स्टेशन रिखणीखाल में संविदा पर लाइनमैन के पद पर कार्यरत थे, वड्डाखाल क्षेत्र में विद्युत लाइन में खराबी आने पर शटडाउन लेने के बाद खंभे पर चढ़े थे। लाइन ठीक करते समय करंट लगने से अनिल नेगी की मौके पर ही मौत हो गई, और उनका शव तीन घंटे तक तारों पर ही लटका रहा।
उक्रांद के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ राजेंद्र सिंह बिष्ट ने इस घटना को ऊर्जा निगम की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करने वाला बताया। उन्होंने याद दिलाया कि इससे पहले 2024 में पिथौरागढ़ में भी शटडाउन के दौरान तार पर कार्य कर रहे एक लाइनमैन की करंट लगने से मौत हुई थी, और चमोली के दशोली ब्लॉक में भी इसी प्रकार की घटना से एक लाइनमैन की जान चली गई थी। बिष्ट ने सवाल उठाया कि जब शटडाउन लिया गया था, तो उसके बाद भी करंट कैसे लगा। उन्होंने उत्तराखंड के सभी लाइनमैनों को दी जाने वाली सुरक्षा किट की गुणवत्ता की जांच की भी मांग की।
पूर्व महानगर अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ परवीन चंद रमोला ने प्रदेश में लाइनमैन को दी जाने वाली सुरक्षा किट की गुणवत्ता की जांच की मांग करते हुए कहा कि 2000 से अब तक संविदा पर लगे जितने भी लाइनमैनों की करंट लगने से मौत हुई है, उन सभी के परिवारों को 1 करोड़ का मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी जांच करने को कहा कि कार्य करते समय लाइनमैन ने सुरक्षा किट पहनी थी या नहीं।
उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री बृजमोहन सजवाण ने ऊर्जा निगम की इस प्रकार की लापरवाही से हर साल होने वाली घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए सक्षम अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
ऊर्जा विभाग के निदेशक परिचालन मदन राम आर्य ने बताया कि इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी शुभम कुमार को निलंबित कर दिया गया है और जांच बिठा दी गई है।
ज्ञापन सौंपते समय केंद्रीय महामंत्री किरन रावत, बृजमोहन सजवाण, राजेश्वरी रावत, मनीष रावत, यशपाल नेगी, निशीत मनराल, आदि उपस्थित रहे।

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