हल्द्वानी,25 जून 2025। उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। इस दुखद घटना में एक नवजात बच्चे सहित चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा भारी बारिश और नहर में तेज बहाव के कारण हुआ, जिसने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया।
हादसे का विवरण
हल्द्वानी के तीन पानी फायर स्टेशन के पास बुधवार सुबह यह हादसा हुआ। भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर थे, और नहर में पानी का बहाव तेज था। एक कार, जिसमें कुल सात लोग सवार थे, अचानक असंतुलित होकर नहर में गिर गई। कार नहर में बहते हुए एक पुल के नीचे फंस गई, जिससे यात्रियों को बाहर निकलना मुश्किल हो गया। तेज बहाव के कारण कार पूरी तरह पानी में डूब गई।हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने कटर की मदद से कार को काटकर घायलों और शवों को बाहर निकाला। रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
मृतकों और घायलों की पहचान
पुलिस ने मृतकों की पहचान कर ली है। मृतकों में शामिल हैं:नीतू (34 वर्ष)कमला देवी (51 वर्ष)राकेश (32 वर्ष)चार दिन का नवजात बच्चाघायलों में रमा (27 वर्ष), रमेश (39 वर्ष), और वाहन चालक श्यामलाल (40 वर्ष) शामिल हैं। घायलों को तुरंत सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे का कारण
हल्द्वानी में रातभर हुई मूसलाधार बारिश के कारण नदियों और नहरों में पानी का स्तर बढ़ गया था। पुलिस के अनुसार, तेज बहाव और गीली सड़कों के कारण कार का संतुलन बिगड़ा, जिससे यह हादसा हुआ। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और सड़क की खराब स्थिति को भी हादसे का कारण माना जा रहा है। एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि कार में सात लोग सवार थे, जो बच्चे की डिलीवरी के बाद अपने घर लौट रहे थे।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
हादसे के बाद पुलिस ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है, और उनके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। पुलिस ने हादसे के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों की मदद से हादसे की परिस्थितियों को समझने की कोशिश की जा रही है।
स्थानीय लोगों का योगदान
हादसे के बाद आसपास के लोग तुरंत मदद के लिए पहुंचे। कई लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन में हिस्सा लिया। स्थानीय लोगों की तत्परता के कारण घायलों को जल्दी अस्पताल पहुंचाया जा सका, हालांकि चार लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी।
मौसम की भूमिका
उत्तराखंड में मानसून की शुरुआत के साथ ही भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में जनजीवन को प्रभावित किया है। हल्द्वानी में रातभर हुई मूसलाधार बारिश ने नदियों और नहरों को उफान पर ला दिया, जिससे सड़क हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है। मौसम विभाग ने नैनीताल जिले सहित उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी, जिसका असर इस हादसे में साफ देखा जा सकता है।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया
हादसे के बाद प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। भारी बारिश के दौरान गाड़ी चलाते समय सतर्कता बरतने और तेज रफ्तार से बचने की सलाह दी गई है। साथ ही, पुलिस ने सड़कों पर गश्त बढ़ा दी है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
परिवार में शोक की लहर
मृतकों के परिवार में इस हादसे के बाद कोहराम मचा हुआ है। खासकर, चार दिन के नवजात की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और स्थानीय समुदाय भी इस दुखद घटना से स्तब्ध है।
यह हादसा न केवल हल्द्वानी, बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए एक दुखद घटना है। भारी बारिश और खराब सड़क व्यवस्था के कारण सड़क हादसों की संख्या में वृद्धि चिंता का विषय है। प्रशासन को सड़क सुरक्षा और मौसम की चेतावनियों को गंभीरता से लेने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।