देहरादून, 23 जून 2025: उत्तराखंड में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों में कथित सरकारी धांधली के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस ने जोरदार मोर्चा खोला है। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में पार्टी का एक वृहद प्रतिनिधिमंडल देहरादून के रिंग रोड स्थित राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचा और आयुक्त सुशील कुमार से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस ने आरक्षण रोस्टर और मतदाता सूचियों में व्यापक गड़बड़ियों का आरोप लगाया, साथ ही निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की।
आरक्षण रोस्टर और मतदाता सूचियों में गड़बड़ी का आरोप
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने आयुक्त को बताया कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जिला प्रशासन और पंचायती राज विभाग के जरिए आरक्षण रोस्टर को शून्य कर दिया, जिससे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्ग और सामान्य वर्ग की सीटों का आरक्षण प्रभावित हुआ। माहरा ने कहा कि यह कदम जानबूझकर किया गया ताकि विपक्षी दलों को नुकसान पहुंचाया जा सके।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने मतदाता सूचियों में गड़बड़ियों पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि हाल ही में हुए नगर निकाय चुनावों में नगरीय मतदाता के रूप में वोट डालने वाले लोगों को अब ग्रामीण पंचायत चुनावों की मतदाता सूचियों में शामिल कर लिया गया है। आर्य ने मांग की कि ऐसे मतदाताओं को पंचायत चुनाव में वोट देने या चुनाव लड़ने से रोका जाए और पीठासीन अधिकारियों को इस संबंध में सख्त निर्देश दिए जाएं।

मतदाता सूचियों की हार्ड कॉपी उपलब्ध कराने की मांग
करण माहरा ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव का कार्यक्रम तो जारी कर दिया, लेकिन मतदाता सूचियों की हार्ड कॉपी अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई। इस पर आयुक्त सुशील कुमार ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूचियां वेबसाइट पर अपलोड की जा चुकी हैं, लेकिन हार्ड कॉपी उपलब्ध कराने में देरी हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही हार्ड कॉपी भी उपलब्ध कराई जाएगी।
नामांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आरक्षण की अंतरिम सूची के प्रकाशन में गड़बड़ियों का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आरक्षण की अंतिम सूची जारी करने से पहले आपत्तियां आमंत्रित नहीं की गईं, जो प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है। वहीं, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सत्ताधारी दल विपक्षी प्रत्याशियों के नामांकन को गलत तरीके से रद्द कराने के लिए पीठासीन अधिकारियों पर दबाव डालता है। उन्होंने मांग की कि नामांकन प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए सख्त निर्देश जारी किए जाएं।
आयुक्त ने दिया निष्पक्षता का भरोसा
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि आयोग पंचायत चुनावों को पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों और चुनाव प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों को पहले ही सख्त निर्देश दिए जा चुके हैं।

प्रतिनिधिमंडल में ये नेता रहे शामिल
प्रतिनिधिमंडल में करण माहरा और यशपाल आर्य के अलावा प्रदेश कांग्रेस सह-प्रभारी सुरेंद्र शर्मा, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना, विधायक विक्रम सिंह नेगी, विधायक लखपत बुटोला, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, मीडिया सलाहकार सरदार अमरजीत सिंह, प्रदेश महासचिव नवीन जोशी, प्रवक्ता गिरिराज किशोर हिंदवाण, शीशपाल सिंह बिष्ट, मुरारी लाल खंडेलवाल, अखिलेश उनियाल, अश्विनी बहुगुणा सहित दो दर्जन से अधिक नेता शामिल थे।
कांग्रेस का सरकार पर हमला
कांग्रेस ने सत्ताधारी भाजपा पर पंचायत चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने की साजिश है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं करेगी और जनता के हित में निष्पक्ष चुनाव के लिए संघर्ष जारी रखेगी।