इस्लामाबाद ,03 जून। पाकिस्तान के कराची शहर में सोमवार रात एक भूकंप के झटके के बाद मची अफरातफरी के बीच मलिर जेल से 216 कैदी फरार हो गए। इनमें से करीब 80 कैदियों को दोबारा पकड़ लिया गया है, जबकि 135 अब भी फरार हैं। घटना ने पाकिस्तान की जेल सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जेल सुपरिंटेंडेंट अरशद शाह के मुताबिक, भूकंप के झटके महसूस होने पर 700 से 1000 कैदियों को ऐहतियातन बैरकों से बाहर निकाला गया था। इसी दौरान मेन गेट पर भगदड़ मच गई और 216 कैदी मौका पाकर फरार हो गए। प्रारंभिक मीडिया रिपोर्ट्स में दीवार तोड़कर भागने की बात सामने आई थी, जिसे प्रशासन ने खारिज किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी कैदी मुख्य द्वार से ही भीड़ का फायदा उठाकर भागे।
फरार कैदियों की तलाश के लिए स्पेशल सिक्योरिटी यूनिट (स्स्), रैपिड रिस्पॉन्स फोर्स (क्रक्रस्न), रेंजर्स और फ्रंटियर कोर (स्नष्ट) की टीमें संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चला रही हैं। जेल का नियंत्रण रेंजर्स और स्नष्ट ने तुरंत संभाल लिया था। इस भगदड़ के दौरान एक कैदी की मौत हो गई है, जबकि चार सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। गृह मंत्री मुहम्मद जर्रार लांजार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रारंभिक जांच में प्रशासनिक लापरवाही की आशंका जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री मुराद अली शाह को घटना की पूरी जानकारी दी गई है। उन्होंने गृह मंत्री को तुरंत मौके पर पहुंचकर हालात की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। सिंध के राज्यपाल कामरान टेसोरी ने भी घटना का संज्ञान लिया है और सभी फरार कैदियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करने को कहा है। गृह मंत्री ने आश्वस्त किया है कि हर फरार कैदी की पहचान और रिकॉर्ड प्रशासन के पास उपलब्ध है, और उनके घरों तथा संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। जेल मंत्री ने कहा है कि लापरवाह जेल अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, सुरक्षा चौकियों और निगरानी व्यवस्था को और कड़ा किया जा रहा है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो सकें।